नींद हमारी...ख्वाब तुम्हारे... | Shayari Copy - All Shayari Collection

नींद हमारी...ख्वाब तुम्हारे...


नींद हमारी, ख्वाब तुम्हारे,
ऐसा क्यों है, कोई बता दे ।

सोच हमारी, ख्याल तुम्हारे,
ऐसा क्यों है, कोई बता दे ।

दिल है हमारा, बसते वो हैं,
ऐसा क्यों है, कोई बता दे ।

आईने में बस अक्स तुम्हारा,
ऐसा क्यों है, कोई बता दे ।

मस्त पवन भी उन्हे बुलाती,
ऐसा क्यों है, कोई बता दे ।

#Good_morning ♥️

Have a NICE 🌸 DAY

via #Lazy Boy

LazyBoy0007

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